इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कांग्रेस को जातिवादी और दोहरे चरित्र वाली पार्टी करार दिया। मायावती ने कहा कि कांग्रेस उन राज्यों में, जहां वह मजबूत है, बसपा और उसके समर्थकों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलितों और पिछड़े वर्गों के आरक्षण के विरोधी हैं।
इस विवाद के बीच, लखनऊ में बहुजन स्वाभिमान मंच ने राहुल गांधी के बयान के विरोध में पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टरों में कांग्रेस पर मायावती का अपमान करने और दलित समाज को भ्रमित करने का आरोप लगाया गया है। पोस्टरों में राहुल गांधी से माफी की मांग की गई है और चेतावनी दी गई है कि दलित समाज इसका जवाब देगा।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि कांग्रेस और बसपा के बीच तनाव बढ़ रहा है, जो आगामी चुनावों में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
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