शोएब अख्तर ने उठाए कड़े सवाल, पाकिस्तान की नाकामी फिर हुई उजागर
नई दिल्ली | क्रिकेट की दुनिया में एक और ऐतिहासिक टूर्नामेंट का समापन हुआ, लेकिन इस बार सुर्खियों में था पाकिस्तान का शर्मनाक रवैया। #ICCChampionsTrophy2025 का आयोजन पाकिस्तान में हुआ, लेकिन जब ट्रॉफी देने का समय आया तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का एक भी अधिकारी वहां मौजूद नहीं था। यह महज एक लापरवाही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कुप्रबंधन और गिरती साख का जीता-जागता उदाहरण है।
इस पूरे घटनाक्रम पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने PCB की इस गैर-मौजूदगी को न केवल "शर्मनाक" करार दिया, बल्कि यह भी कहा कि "अगर ऐसा भारत में होता तो वहां सीधा देशभक्ति पर सवाल उठ जाता।"
पाकिस्तान की गैर-मौजूदगी – क्या यह मेजबानी के लायक था?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को पाकिस्तान ने होस्ट किया, लेकिन पूरे टूर्नामेंट में PCB की कमजोर व्यवस्थाएं और खराब संगठन क्षमता साफ नजर आईं।
स्टेडियम की व्यवस्था से लेकर सुरक्षा तक, हर जगह बदइंतजामी दिखी।
विदेशी टीमों को सुरक्षा को लेकर कई बार शिकायत करनी पड़ी।
टूर्नामेंट का समापन समारोह पूरी तरह अव्यवस्थित था, और ट्रॉफी वितरण के समय PCB के किसी भी वरिष्ठ अधिकारी की मौजूदगी नहीं थी।
जब दुनिया के शीर्ष क्रिकेटर सम्मान प्राप्त कर रहे थे, तब पाकिस्तान बोर्ड का कोई भी सदस्य वहां क्यों नहीं था? क्या यह उनकी गैर-जिम्मेदारी थी या फिर जानबूझकर की गई अनदेखी?
भारत ने पाकिस्तान के साथ खेलने से क्यों किया इनकार?
भारत ने पहले ही पाकिस्तान में इस टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आपत्ति जताई थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और सरकार ने पाकिस्तान में खेली जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भाग लेने से इनकार कर दिया था। इसके पीछे मुख्य कारण पाकिस्तान में आतंकवाद की बढ़ती घटनाएं और अस्थिरता थी।
पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद का गढ़ बना हुआ है। वहां हाफिज सईद, मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी खुलेआम घूमते हैं।
पाकिस्तान में कई आतंकी हमलों में क्रिकेटर्स और विदेशी खिलाड़ी तक निशाने पर आ चुके हैं।
सुरक्षा को लेकर ICC ने भी कई बार पाकिस्तान को चेतावनी दी थी, लेकिन इसके बावजूद टूर्नामेंट वहां आयोजित किया गया।
भारत ने साफ कह दिया था कि वह ऐसे देश में अपने खिलाड़ियों को नहीं भेज सकता जहां आतंकवाद का साया मंडरा रहा हो। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बात से नाराज था, लेकिन जब फाइनल मैच में खुद उनकी कोई मौजूदगी नहीं दिखी, तो यह साबित हो गया कि पाकिस्तान खुद भी इस टूर्नामेंट को गंभीरता से नहीं ले रहा था।
शोएब अख्तर की बेबाकी और पाकिस्तान की हकीकत
शोएब अख्तर ने बिना झिझक सच को सामने रखा। उन्होंने कहा कि "यह पाकिस्तान क्रिकेट के लिए काला दिन है। जब आपके अपने बोर्ड के अधिकारी ही फाइनल में मौजूद नहीं हैं, तो दुनिया आपसे क्या उम्मीद करेगी?"
उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर यही घटना भारत में होती, तो वहां मीडिया से लेकर आम जनता तक इस पर बहस करती और जवाब मांगती। लेकिन पाकिस्तान में इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही, क्योंकि वहां हर मुद्दे पर पर्दा डालना आम बात है।
क्या अब ICC पाकिस्तान को दोबारा मेजबानी देगा?
अब सवाल यह उठता है कि क्या ICC भविष्य में पाकिस्तान को किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी देगा?
सुरक्षा की खराब स्थिति
अव्यवस्था और बदइंतजामी
PCB की गैर-जिम्मेदाराना हरकतें
इन सब बातों को देखते हुए ICC पाकिस्तान को दोबारा इतने बड़े आयोजन की अनुमति देगा या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।
निष्कर्ष: पाकिस्तान की साख फिर हुई धूमिल
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान के लिए एक बड़ा मौका था कि वह अपनी छवि सुधार सके, लेकिन PCB की लापरवाही और आतंकवाद के डर ने फिर साबित कर दिया कि यह देश अब भी एक अविश्वसनीय मेजबान है। भारत ने पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर सही फैसला लिया था। अब शायद ICC को भी सोचना चाहिए कि क्या पाकिस्तान को
भविष्य में ऐसे आयोजनों की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए?
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