अमेरिका: सपनों की भूमि आज़ाद पहले अमेरिका पाहुंचा - न्यूयॉर्क शहर, जहां हर गली सपनों से भारी थी। उसने अपना गिटार उठाया और टाइम्स स्क्वायर के किनारे सड़क पर प्रदर्शन शुरू किया। लोग उसके गीतों को सुनते थे, जो उसके गांव की मिट्टी की खुशबू और प्यार की कहानियां लेकर आते थे। एक दिन, एक म्यूजिक प्रोड्यूसर ने उसकी आवाज सुनी और उसने एक छोटा सा कॉन्ट्रैक्ट ऑफर किया। आज़ाद का पहला गाना "विंग्स ऑफ़ लिबर्टी" अमेरिका के रेडियो स्टेशनों पर छा गया। लॉग हमसे "द फ्री सिंगर" कहने लगे। पर यहां की तेजी, प्रतियोगिता, और हर रोज की दौड़ ने उसे थोड़ी सी बेचैनी दी - वो सोचने लगा, "क्या ये सच है मेरी आजादी है?" कनाडा: द क्वाइट फ्रीडमएक साल बाद, आजाद कनाडा चला गया - वैंकूवर, जहां पहाड़ों और समुंदर का मिलाप था। यहां उसने अपना गिटार छोड़ा और एक छोटी सी कॉफी शॉप में काम शुरू किया। हर सुबह वो लोगन के लिए कॉफी बनाते और शाम को लेक ओन्टारियो के किनारे बैठकर अपने ख्यालों में खोया रखते। यहां के लोग उसे पसंद करने लगे - उसकी सदी सी बातें, उसका गांव का अंदाज़। एक दिन, एक स्थानीय कलाकार ने उसे कहा, "आजाद, तुम यहां के लिए एक पेंटिंग हो - सरल, पर दिल को छू जाते हो।" कनाडा में उसने एक छोटी सी कम्युनिटी बनाई, जहां वो अपने गांव के किस्से सुनाता था और लोग उसे अपनी जिंदगी की बातें बताते थे। यहां की शांति ने उसे वो आजादी दी जो ढूंढ रहा था। चॉइसएक दिन आजाद को दो रास्ते दिखे: अमेरिका वापस जाओ, जहां उसका नाम और सपने बड़े हो सकते थे, हां कनाडा में रहो, जहां उसका दिल सुकून में था। उसने अपना गिटार उठाया, एक नई धुन बनाई - "बॉर्डर ऑफ फ्रीडम" - और दोनों देशों के लिए गाना रिकॉर्ड किया। अमेरिका में लोगों ने उसे डांस फ्लोर पर छाया, और कनाडा में लोगों ने उसे कैम्प फायर के पास सुनते हुए आंखें बंद की। आज़ाद ने फ़ैसला किया कि वो दोनों जगह का हिसा बनेगा - अमेरिका के लिए उसका जुनून, और कनाडा के लिए उसका दिल। द एंडआज़ाद की कहानी दोनों देशों में मशहूर हो गई। अमेरिका ने उसे एक रॉकस्टार बनाया और कनाडा ने उसे एक दोस्त बनाया। वो हर साल दोनो जगह जाता - न्यूयॉर्क में कॉन्सर्ट देता, और वैंकूवर में अपने छोटे से घर में लौट आता। आज़ाद सच में "आज़ाद" हो गया - ना सिर्फ नाम से, बाल्की अपने दिल से।
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